जेएनयू के वो सभी महा गद्दार और देशद्रोहियों अध्यापकों को भी गिरफ्तार करो जो देशद्रोही उमर खालिद और उसके देशद्रोही साथियों की गिरफ़्तारी में अड़ंगे और शर्तें लगा रहे हैं। ये भी साबित हो चुका है जेएनयू के अध्यापक ही वास्तव में देशद्रोही हैं जिनकी गद्दारी के कारण ही जेएनयू अब कोई यूनिवर्सिटी नहीं रह गयी बल्कि देशद्रोहियों और गद्दारों का अड्डा बन कर रह गया है।