40000 रोहिंग्या मुसलमानों के लिए 20 करोड़ मुसलमान तुरंत ही खुलकर सामने आ गए लेकिन हंसी आती है देखकर कि काश्मीर से मार काट और बलात्कार करके भगाये गए 5 लाख हिन्दुओं के लिए 27 सालों में 1 लाख हिन्दू भी नज़र नहीं आये।
सही ही है अपने इसी कायरता,स्वार्थपरिता,लालच और मूर्खता के कारण ही 1947 में पाकिस्तान और बांग्लादेश के अंदर 40 लाख हिन्दुओं का कत्लेआम और बलात्कार हुआ और आज भी वहां हर उस जगह पर इसी तरह का अत्याचार होता है जहाँ पर हिन्दुओं की संख्या कम हो जाती है और जिहादियों की संख्या बच्चे पैदा करके,बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को बुलाकर बड़ा दी जाती है।
बंगाल और केरल में तो आज हिन्दुओं का दमन पूरे जोर शोर से हो ही रहा है लेकिन हिन्दू तू तब तक चैन से सोता रहे जब तक तेरे और तेरे बच्चों को को मार,काट करके और तेरी बहन बेटियों का बलात्कार करके समाप्त नहीं किया जाता है।