सेक्युलर कुत्तों अगर अपनी माँ का दूध पिया है तो जवाब दो
प्रत्येक देशभक्त हिंदुस्तानी ये स्पष्टिकरण चाहते हैं कि राहुल गांधी,मायावती,केजरीवाल,कम्युनिस्ट,कांग्रेस और सभी सेक्युलर पार्टियां हमेशा आतंकवादियो के समर्थकों के साथ ही क्यों खड़ी दिखाई देती हैं चाहे वो आतंकवादी अफज़ल गुरु के भक्त जेएनयू के गद्दार छात्र हों या फिर मुंबई बम काण्ड में 257 हत्याओं के आरोपी आतंकवादी याकूब मेमन की फांसी का विरोध करने वाला रोहित वेमुला हो?
प्रश्न ये भी पैदा होता है कि क्या ये सब सेक्युलर नेता और पार्टियां भी जेएनयू के छात्र और रोहित वेमुला जैसी देशद्रोही और गद्दार हैं क्यों कि इनके इस तरह के समर्थन के कारण ही हिंदुस्तान के दुश्मनों को हिंदुस्तान में आतंकवाद फैलाने के लिए प्रोत्साहन मिलता है?