क्या ये सच नहीं है कि जिस तरह से "मुग़ल गयासुद्दीन ग़ाज़ी" के पोते "जवाहर लाल नेहरू" ने अपने नाम के आगे "पंडित" लगाकर "सभी हिन्दुओं" को धोखा दिया बिलकुल उसी तरह से "फ़िरोज़ खान" के पोते "इटालियन सोनिया" के बेटे "राहुल गांधी" ने जेएनयू के देशद्रोहियों के साथ खड़े होकर हिंदुस्तान के साथ गद्दारी की है?